प्रभु के लिए प्रबंध-जब तक वह नहीं आता

जनवरी | फरवरी | मार्च 2023

पाठ 12

मार्च 18–मार्च 24

वफादारी का पुरस्कार

  1. प्रतिफल:

    • उसका पुरस्कार

      • यीशु के लौटने पर कौन अपना प्रतिफल प्राप्त करेगा?

        1. धर्मी लोग (भजन संहिता 58:11)

        2. जो धर्म के बीज बोते हैं (नीतिवचन 11:18)

        3. जो अपने विश्वास के कारण सताए जाते हैं (मत्ती 5:12)

        4. जो अपने शत्रुओं से प्रेम रखते हैं (लूका 6:35)

        5. जिन में आत्मविश्वास है (इब्रानियों 10:35)

        6. जो उसे खोजते हैं (इब्रानियों 11:6)

        7. भविष्यद्वक्ताओं और पवित्र लोगों को जो उसके नाम से डरते हैं (प्रकाशितवाक्य 11:18)

      • प्रतिफल प्रत्येक व्यक्ति के कार्य के अनुपात में होगा (1 कुरिन्थियों 3:8) क्या इसका मतलब यह है कि हम अपने कामों से बचाए गए हैं? कदापि नहीं!

      • उद्धार एक उपहार है जिसे हर कोई प्राप्त कर सकता है चाहे उसका कोई भी कार्य क्यों हो (तीतुस 3:5) प्रत्येक बचाया गया व्यक्ति अपना मुकुटप्राप्त करेगा, एक उचित प्रतिफल (2 तीमुथियुस 4:8)

    • अनन्त जीवन

      • हम असल में किस लायक हैं? हमारी मजदूरीक्या है? केवल मृत्यु। परमेश्वर हमें उपहारके रूप में क्या देता है? अनंत जीवन (रोमियों 6:23)

      • यह एक अयोग्य पुरस्कार है, एक ऐसा भाग्य जिसके हम लायक हैं उससे पूरी तरह से अलग। हर कोई इस पुरस्कार को प्राप्त कर सकता है यदि वह इसे विश्वास से स्वीकार करता है (यूहन्ना 3:16)

    • यीशु के साथ होना

      • हमारे पास वही आशा है: नए यरूशलेम में रहने की, “बचाए गए जाति–जाति के लोगोंके एक लिए शहर (प्रकाशितवाक्य 21:24)। हम वहाँ क्या पाएंगे?

        1. परमेश्वर का प्रेममय हाथ हमारे आँसुओं को पोंछ देगा। इसके बाद पीड़ा और मृत्यु रहेगी (प्रकाशितवाक्य 21:4)

        2. अदन की वाटिका, जहाँ हम पहुँचेंगे और जीवन के वृक्ष का फल खाएँगे (उत्पत्ति 3:22; प्रकाशितवाक्य 22:2)

        3. यीशु को। हम उसे आमने सामने देखेंगे (प्रकाशितवाक्य 22:4)

  1. विश्वासयोग्यता:

    • प्रभु के लिए प्रबंध कराना

      • तोड़ों का दृष्टांत अंत समय के संदर्भ में परमेश्वर ने हमें जो दिया है, उसका प्रबंधन करने के तरीके से संबंधित है (मत्ती 25:14-30)

      • हमें अपनी प्राकृतिक प्रतिभाओं का प्रबंधन करना चाहिए, उन उपहारों का जिन्हें पवित्र आत्मा ने हमारे अन्दर डाला है, और वह सब कुछ जो परमेश्वर ने हमें दिया है। वह हमें उतना ही देता है जितना हम संभाल सकते हैं।

      • हर कोई उसे दिए गए उपहारों और संसाधनों के लिए जिम्मेदार है, चाहे कितने भी हों। पुरस्कार इसके लायक है (मत्ती 25:23)

    • जब तक वह नहीं आता

      • यीशु के प्रति अपनी विश्वासयोग्यता के कारण पौलुस कई समस्याओं से गुज़रा (2कुरिन्थियों 11:23-28) हमें शायद उनसे नहीं गुजरना होगा, लेकिन हमें एक आसान जीवन का वादा नहीं किया गया है (2 तीमुथियुस 3:12)

      • जाहिर तौर पर, पौलुस ने एक समृद्ध जीवन नहीं जिया। फिर भी, एक समृद्ध और सुखी जीवन जीने के बारे में बाइबल क्या कहती है (1 तीमुथियुस 6:6-12)?

        1. यह अधिक संपत्ति होने के बारे में नहीं है

        2. जिसकी आपको आवश्यकता है यह उसके होने के बारे में है

        3. यह परमेश्वर की प्रतिज्ञायों में विश्वास करने के बारे में है

        4. यह परमेश्वर के प्रति कृतज्ञ होने और उस पर भरोसा करने के बारे में है

      • जब यीशु वापस आएगा, तो हम, जो उसका है, उसका प्रबंध करने के लिए अपना उचित प्रतिफल प्राप्त पाएंगे (2 तीमुथियुस 4:6-8)

Resource Credit: fustero.es

इनके द्वारा अनुवादित: विजय पाल सिंह